what is data and information in hindi
What is data and information in hindi
नमस्कार दोस्तों आप सभी का स्वागत है Apna Hindi Tech में जहाँ पर हम लेकर आते हैं वह सवाल जिनके बारे में आप जानना चाहते हैं तो आज बात करेंगे हम Data (डेटा) की।
बिज़नेस चाहे किसी भी तरह का हो डेटा (Data) की जरूरत सबको पड़ती है खासबात यह है कि हर बिज़नेस की जरूरत के हिसाब से डेटा उपलब्ध भी होता है लेकिन सवाल यह है कि डेटा होता क्या है और किसी भी बिज़नेस के लिए इतना इम्पोर्टेन्स क्यों होता है इस सवाल का जवाब Apna Hindi Tech के इस ब्लॉग में मौजूद हैं इसलिए आप इस ब्लॉग को पूरा जरूर पढ़े और डेटा से जुड़ी सारीं जरूरी बातें जान लें तो चलिए शुरू करते हैं और जानते हैं कि डेटा क्या होता है।
What is a data in hindi
सामान्य रूप से देखें तो डेटा करैक्टर का एक ऐसा सेट है जो किसी पर्पस के लिए कलेक्ट और ट्रांसलेट किया जाता है डेटा को कलेक्ट करने का प्रमुख कारण एनालिसिस करना होता है डेटा में कोई भी कैरेक्टर, टेक्स्ट(Text), नंबर, पिक्चर, साउंड और वीडियो शामिल हो सकते हैं जहाँ तक कम्प्यूटर डेटा की बात है तो ये डेटा ऐसी इन्फोर्मेशन होती है जो कंप्यूटर के द्वारा प्रोसेस और स्टोर की जाती है यह टेक्स्ट(Text) डॉक्यूमेंट की फॉर्म में भी हो सकता है इमेजेस (Images), ऑडियोक्लिप (Audio Clip ), सॉफ़्टवेयर प्रोग्राम्स या किसी और रूप में हो सकता है।
इस डेटा को CPU के द्वारा प्रोसेस किया जाता है और कंप्यूटर के हार्ड डिस्क (Hard Disk ) में फाइल और फ़ोल्डर के रूप में स्टोर किया जाता है कंप्यूटर स्टोरेज में डेटा बाइनरी डिजिट्स में रहता है यानी 1और 0 के फॉर्म में डेटा शब्द लैटिन शब्द से आया और इसका अर्थ होता है समथिंग गिवेन डेटा यह एक प्लुरल शब्द (Plural Word) है और उसकी सिंगुलर फॉर्म (singular form ) DATUM होती है लेकिन अब यह शब्द इतना चलन में आ गया है कि सिंगुलर वर्ड यूज़ के लिए भी डेटा शब्द इस्तेमाल किया जाने लगा है तो कंप्यूटर में डेटा इंपोर्ट होने से पहले रॉ (RAW ) होता है और जब इस रॉ डेटा (RAW DATA) को कंप्यूटर में इंपोर्ट किया जाता है तब डेटा प्रोसेस होता है तो इस तरह डेटा से प्रोसेस्ड डेटा तक तैयार हो जाता है तब उसे इन्फोर्मेशन कहा जाता है।
डेटा को कंप्यूटर में स्टोर करने के लिए हार्ड डिस्क (HARD DISK ) का इस्तेमाल किया जाता है इसके अलावा दूसरी स्टोरेज डिवाइस का यूज़ भी किया जाता है इनफार्मेशन क्लासिफाइड और ओर्गानिसद डेटा होती है जिसके रिसीवर के लिए कोई वैल्यू होती है प्रोसेस्ड डेटा यानी इन्फोर्मेशन इतनी यूज़फुल हो कि उसके आधार पर डिसिशन और एक्शन लिए जा सकें इसके लिए प्रोसेस्ड डेटा में यह क्वालिटीज होनी बहुत जरूरी है
- Timely :- Timely यानी की इन्फोर्मेशन की जब जरूरत हो तो वे उपलब्ध हो सके ।
- Accuracy (एक्यूरेसी):- एक्यूरेसी (Accuracy ) यानी इन्फोर्मेशन एक्यूरेट हो।
- Completeness (कम्प्लीटनेस):- कम्प्लीटनेस (Completeness ) यानी की इन्फोर्मेशन कम्प्लीट हो तो प्रोसेस्ड डेटा की क्वालिटीज जानने के बाद में आइए अब कंप्यूटर डेटा के टाइप्स जानते हैं।
Computer Data Types
Text Data (टेक्स्ट डेटा ) :- टेक्स्ट डेटा इसमे अल्फाबेट्स (Alphabets A -Z ) आते हैं।
Number Data (नंबर डेटा ) :- नंबर डेटा इसमे नंबर (Numbers 0-9 ) आते हैं।
Alphanumeric Data (अल्फान्यूमेरिक डेटा) :- अल्फान्यूमेरिक डेटा इसमें चिन्ह आते हैं जोकि कीबोर्ड (Keyboard ) पर होते हैं जैसे @, #, $, %, &,* बहुत सारे ।
Image Data (इमेज डेटा) :- इमेज डेटा मे JPEG , JPG, PNG फॉर्मेट में तयार की गई इमेजेज आती है।
Audio - Video Data (ऑडियो-वीडियो डेटा ) :- ऑडियो-वीडियो डेटा की बात करें तो इसमें MP3, MP4 और HD जैसे बहुत से फॉर्मेट में डेटा रहता है।
Data processing
आइए आगे जानते हैं कि डेटा प्रोसेसिंग क्या होती है और डेटा प्रोसेसिंग साइकिल कैसे काम करता है।
डेटा प्रोसेसिंग का मतलब लोगों या मशीन के द्वारा डेटा को ज्यादा यूज़फुल बनाने और किसी ख़ास परपस के लिए उपयोगी बनाने के लिए फिर से तैयार करना या एक सिस्टमेटिक ऑर्डर में जमाना होता है ।
डेटा प्रोसेसिंग तीन स्टेप्स में होती है इनपुट (Input), प्रोसेसिंग (processing) और आउटपुट (Output) यानी इन तीनों स्टेप्स से मिल करके डेटा साइकल (Data cycle) पूरा होता है तो आइए इनके के बारे में जानते हैं।
Input ( इनपुट) :- सबसे पहले बात करते हैं इनपुट की इस स्टेप में डेटा को कंप्यूटर में इनपुट (Input) किया जाता है डेटा इनपुट करने से पहले उसे कलेक्ट किया जाता है, वेरीफाई किया जाता है और उसके बाद कंप्यूटर में इनपुट कर दिया जाता है ये डेटा कंप्यूटर में बाइनरी फॉर्म (Binary Form) यानी कि 0 और 1 में स्टोर रहता है ।
Processing (प्रोसेसिंग) :- दूसरा प्रोसेसिंग इस स्टेप में इनपुट डेटा को ज्यादा यूज़फुल बनाने के लिए प्रोसेस किया जाता है डेटा प्रोसेसिंग का काम CPU करता है।
Output ( आउटपुट) :- आउटपुट प्रोसेस डेटा इनफार्मेशन के रूप में प्राप्त होता है इस आउटपुट स्टेप में इनपुट डेटा की तुलना में ज़्यादा यूज़फुल डेटा प्राप्त होता है जिससे हार्ड डिक्स (Hard Disk) में स्टोर भी किया जा सकता है और कभी भी वापस पढ़ा जा सकता है।
तो सवाल यह है कि डेटा प्रोसेसिंग की जरूरत क्यों पड़ती है तो आज के टाइम में सारा काम कंप्यूटर से होता है ऐसे में अकैडमिक इंस्टिट्यूशन या कमर्शल यूज़ के लिए प्राइवेट और पर्सनल यूज के लिए और साइंटिफिक रिसर्च के लिए ज्यादा से ज्यादा डेटा कलेक्ट किया जाता है इस कलेक्ट्रेट डेटा को स्टोर करना शोर्ट और फिल्टर (Filter) करके एनालाइज करना बहुत जरूरी होता है ताकि जरूरत के अनुसार इसका बेहतर यूज़ किया जा सके इसलिए डेटा प्रोसेसिंग जरूरी होता है और ये प्रोसेस सिंपल होगा या कॉम्प्लेक्स ये इस बात पर डिपेंड करता है कि किस स्किल्स (Skills) पर डेटा कलेक्शन किया गया है और उससे किस प्रकार का रिज़ल्ट एक्सपेक्टेड है।
Data Management
तो आइए आगे जानते हैं कि डेटा मैनेजमेंट क्यों जरूरी होता है किसी भी ऑर्गेनाइजेशन के लिए डेटा महत्वपूर्ण होता है क्योंकि डेटा से ही इन्फोर्मेशन बनती है जो बिजनस से जुड़े डिसीजन का आधार होती है अगर डेटा ऐक्यूरेट कम्प्लीट और ऑर्गेनाइज होता है तो यह डेटा उस ऑर्गेनाइजेशन की ग्रोथ में कंट्रीब्यूशन देता है।
आज कल किसी भी ऑर्गेनाइजेशन के लिए डेटा कनेक्शन इतने बड़े स्केल पर होता है की उसे मैनुअल प्रोसेस नहीं किया जा सकता इसलिए हर कंपनी को एक स्ट्रांग डेटा मैनेजमेंट सिस्टम की जरूरत पड़ती है इसके अलावा डेटा मैनेजमेंट से होने वाले अगर बेनिफिट की बात की जाए तो कंपनी की प्रोडक्टिविटी बढ़ती है सिक्योरिटी रिस्क कम हो जाता है आपरेशंस आसानी से कम्प्लीट हो जाते है डेटा मिस होने के चांसेस बहुत कम रह जाते हैं कंपनी के फायदे से जुड़े डिसीजन लेना काफी ज्यादा आसान हो जाता है तो इस के अलावा डेटा का रेलेवेंट होना भी हर कंपनी और ऑर्गेनाइजेशन के लिए जरूरी होता है तभी कस्टमर्स के साथ बेहतर रिलेशन बन पाते हैं और कंपनी के फायदे के लिए स्ट्रांग स्ट्रेटेजी बनाई जा सकती है।
दोस्तों आपको यह जानकारी कैसी लगी हमें कमेंट करके जरूर बताएं।
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